यह जानना जरूरी है कि बच्चे को पढ़ने में क्यों दिलचस्पी नहीं है, अगर आपका बच्चा पढ़ने का मन नहीं करता है तो आप वास्तु के अनुसार 5 उपाय कर सकते हैं।
1. अध्ययन की दिशा :- अध्ययन कक्ष पूर्व, ईशा, उत्तर, वायव्य, पश्चिम और दक्षिण पश्चिम में बनाया जा सकता है, विशेष रूप से पूर्व, उत्तर और वायव्य इसमें सर्वश्रेष्ठ हैं, यदि कोई कमरा नहीं है या आप इसे नहीं बना सकते हैं, तो इस दिशा में स्टडी टेबल को रखें।
2. अध्ययन स्थान पर चित्र :- वाचनालय में माता सरस्वती, वेदव्यास या किसी भी पढ़ने वाले बच्चे की तस्वीर लगाएं, इसके अलावा हरे तोते की तस्वीर लगाएं, जिससे बच्चे को तुरंत तोते पढ़ने का मन करे उत्तर की दीवार पर, चहकते हुए आप एक पक्षी, एक मोर, एक वीणा, एक कलम, एक किताब, एक हंस, एक मछली या डॉल्फ़िन का चित्र बना सकते हैं।
3. बच्चे का मुख इस ओर रखें :- बच्चे का मुख घर की उत्तर दिशा की ओर होना चाहिए और चित्र भी उत्तर की दीवार पर लगाना चाहिए।
4. पीठ के पीछे क्या होना चाहिए :- बच्चों की पीठ के पीछे दरवाजा या खिड़की नहीं होनी चाहिए। अगर उनकी पीठ के पीछे दीवार होगी तो यह काम करेगी।
5. दीवारों का रंग :- स्टडी रूम की दीवारों का रंग सफेद, गुलाबी या क्रीम रखें, गहरे रंगों से बचें।